नज़्म बहार ❤️
१.
बनना है मुझे वो चाहत तेरी के
जिसकी बाद तेरी कोई चाहत ना रहे
रूह में उतर जाना है
कुछ इसकदर तेरे
सांसों के दरमियान कोई आहट ना रहे
ख्वाहिश❤️
२.
ख़ामोश नज़रें बाता रहीं है
दिल में तेरे कोई और ही है
कसम खुदा की महफूज़ करलो
ये जन्नत जो नज़रों से सजा रही है..!
Adarsh
३.
माना कि दिल अभी डरा हुआ है
एक अनकहे खामोशी से भरा हुआ है,
ख्वाहिशों से भरी ज़िन्दगी के कई मायने है
यहां ख़्वाब देखना सज़ा है
गर
पूरा ना के सको
ये किस्मत - ए- दिल की रजा है..!
Adarsh 💕
४.
हर रोज रातों से लड़कर मैंने
एक खूबसूरत सुबह पाया है,
कुछ इसी तरह मैंने अपने ज़िन्दगी में
कई मुस्किलों को आजमाया है..!
ज़िन्दगी ने कई बार मेरे ख्वाबों से रुख़ मोड़ा है
हर बार मैंने अपनी मेहनत से उसका गुरूर तोड़ा है..!
ख़ैर
ये शहर तो घर है अजनबियों का
ये शहर तो घर है अजनबियों का,
यहां किसने किसको अपनाया है?
बस इसी तरह मुझे भी ज़िन्दगी जीना आया है..!
Adarsh
५ .
एक अजनबी शोर का हिस्सा हो तुम
ख़ैर
बहुत ही ख़ूबसूरत किस्सा हो तुम..!
Adarsh ❤️
इंस्टाग्राम:@alphaz_mere
Facebook Alphaz mere
Email for suggestions @quantum1612@gmail.com
Note:- paid promotion (insta:- dm @iamadarsh_xd
Comments
Post a Comment